Ladli Behna Yojana: मध्य प्रदेश की करोड़ों महिलाओं के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी निकाल कर आ रही है। महिलाओं को बता दें कि मध्य प्रदेश की सरकार अब लाडली बहनों को घर देने की तैयारी कर रही है। साथ ही कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल भी बनाने जा रहे है।
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने लाडली बहनों के लिए बड़ा ऐलान कर दिया है। बता दें कि मोहन सरकार प्रदेश में कई जगहों पर वन और टू बीएचके घर बना कर लाडली बहनों को देगी। इसे लेकर कुछ दिन पहले ही मोहन सरकार ने घोषणा की है। आईए जानते हैं किन लाभार्थियों को मिलेगा इस योजना का लाभ।
लाडली बहनों के लिए बड़ी खुशखबरी
मध्य प्रदेश सरकार महिलाओं, युवाओं, किसानों और गरीबों के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उनके लिए हर एक उपयोगी और कल्याणकारी योजनाएं ला रही है। हालांकि मोहन सरकार ने इसमें महिलाओं के लिए विशेष ध्यान दिया है।
बता दे की मोहन सरकार के मुताबिक मध्य प्रदेश सरकार महिलाओं के लिए पक्के मकान, वर्किंग वीमेन हॉस्टल और डे-केयर सेंटर बनाने की योजना पर काम कर रही है। यह योजना नारी सशक्तिकरण मिशन का महत्वपूर्ण स्तंभ होगा। सरकार के मुताबिक इस पर हजारों करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। वहीं, लाडली बहनों को भी सरकार घर देने जा रही है। निश्चित रूप से अब अनुमान के मुताबिक लाडली बहनों का पक्के मकान का सपना पूरा होगा।
सरकार का महिला सशक्तिकरण की दिशा में बढ़ता कदम
मोहन सरकार के मुताबिक आने वाले समय के लिए मध्य प्रदेश सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए कमर कस रही है। यह पहल ‘नारी सशक्तिकरण मिशन’ पर काम करेगी। जिसके तहत महिलाओं को पक्के मकान दिए जाएंगे। इतना ही नहीं कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल बनाए जाएंगे। बच्चों की देखभाल के लिए डे-केयर सेंटर भी खोले जाएंगे। आइए इस पूरे सवाल को विस्तार से समझते हैं।
महिलाओं को वन और टू बीएचके मकान और हॉस्टल
जानकारी के मुताबिक पहले चरण में 15,650, एक और दो बीएचके मकान बनाए जाएंगे। हर ब्लॉक में 10 वन बीएचके और 40 टू बीएचके मकान बनेगे। एक वन बीएचके मकान की अनुमानित लागत 20 लाख रुपए और टू बीएचके मकान की अनुमानित लागत 35 लाख रुपये होगी। एक ब्लॉक में इन मकानों पर लगभग 16 करोड़ रुपए खर्च होंगे। जबकि पूरे प्रदेश के 313 ब्लॉक में लगभग 5,000 करोड़ रुपए खर्च होगें। यह मकान उन महिलाओं को दिए जाएंगे, जिन्हें रहने के लिए पक्के मकान की जरूरत है।
वहीं कामकाजी महिलाओं के लिए मध्य प्रदेश सरकार हर ब्लॉक में 50 कमरों का हॉस्टल बनाएगी। इस तरह पूरे प्रदेश में 313 हॉस्टल बनेंगे। एक हॉस्टल बनाने में 6 से 7 करोड़ रुपए खर्च होंगे। जबकि प्रदेश भर में 313 हॉस्टल बनाने में लगभग 1900 करोड़ रुपए खर्च होंगे। हॉस्टल में बच्चों के लिए डे-केयर रूम भी होंगे। साथ ही, कॉमन किचन और डाइनिंग हॉल भी होगा। यहां पर रहने वाली महिलाओं को कम कीमत पर अच्छा खाना मिलेगा। यह हॉस्टल उन महिलाओं के लिए बहुत मददगार साबित होंगे जो नौकरी करती हैं और उन्हें रहने के लिए सुरक्षित जगह की जरूरत होती है। अतः मोहन सरकार का महिलाओं के हित में यह अहम पहल शुरू की गई है।