Kartik Purnima 2024: कार्तिक पूर्णिमा में क्यों मनाई जाती है और इस दिन किस भगवान की पूजा होती है आई इसकी पूरी कहानी जानते हैं

Kartik Purnima 2024: कार्तिक पूर्णिमा हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। जो अक्टूबर और नवम्बर के बीच पड़ती है। इस बर्ष 2024 में यह पर्व 15 नवम्बर को मनाया जाएगा।

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यह पर्व त्रेतायुग के से अब तक चला जा रहा है और इसे हिन्दू धर्म में एक अत्यंत शुभ और महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। आईए जानते हैं इस दिन किस भगवान की पूजा होती है और यह पर्व क्यों महत्वपूर्ण है।

इस बार कार्तिक पूर्णिमा का नक्षत्र कब है

ज्योतिषि के अनुसार कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा शुक्रवार 15 नवंबर 2024 को भरणी नक्षत्र के साथ वयीयान योग के संयोग से मनाई जाएगी। आज के दिन श्रद्धालु गंगा स्नान करने के साथ मंदिरों व घरों में सत्यनारायण विष्णु भगवान की पूजा करेंगे। इस दिन विशेष रूप से कमल के पुष्प की पूजा की जाती है। भारतीय संस्कृति में इस पर्व को मनाने की परंपरा त्रेतायुग से चली आ रही है।

वर्ष के 12 मास में कार्तिक मास आध्यात्मिक व शारीरिक ऊर्जा संचय के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। कार्तिक पूर्णिमा को भगवान नारायण विष्णु की जाती है। ज्योतिषी बताते हैं कि इस दिन गंगा स्नान से शरीर में पापों का नाश होता है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।

(Story of Kartik Purnima) कार्तिक पूर्णिमा की क्या है कहानी?

कार्तिक पूर्णिमा को लेकर त्रेता युग की एक प्रसिद्ध कथा प्रचलित है। इसके अनुसार, त्रेतायुग में जब राक्षसों ने देवताओं पर अत्याचार किया, तब भगवान विष्णु ने ‘वराह’ भगवान का अवतार लिया और धरती से राक्षसों का नाश किया। इसी दिन भगवान विष्णु ने समुद्र मंथन से निकले ‘नवनीत’ (घी) को ग्रहण किया और इसे पवित्र मानते हुए भक्तों को इसे चढ़ाने की सलाह दी। तभी से यह परंपरा चली आ रही है। इस दिन गंगा स्नान के बाद दीप दान करने और यज्ञ करने के समान पुण्य फल की प्राप्ति होती है।

इसके अलावा, इस दिन को ‘देव दीपावली’ के रूप में भी मनाया जाता है, जिसमें घर-घर दीप जलाए जाते है। इस दिन दीपों से घर-आंगन सजाए जाते हैं, जिससे वातावरण में शांति और समृद्धि का संचार होता है।

इस दिन क्या दान करना चाहिए?

ज्योतिषी के अनुसार इस दिन अन्न, धन, वस्त्र और घी आदि दान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है और पापों का नाश होता है। ज्योतिषी ने बताया कि आज के दिन घर पर स्नान करने वाले लोग पानी में थोड़ा सा गंगाजल और हाथ में कुश लेकर स्नान करें तो उससे भी गंगा स्नान का फल मिलता है।

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